सूचना तकनीक के इस दौर में सूचनाओं की पहुँच बहुत आसान और सूचना का दायरा बहुत विस्तृत हो गया है। इन्टरनेट और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म जिस अबाध गति से सूचनाओं को विस्तार दे रहे हैं, वह अपने आप में अभूतपूर्व है। सूचना सम्प्रेष्ण के इन त्वरित माध्यमों ने सूचना को विस्तार भले ही दिया हो, लेकिन इससे सूचना के सही सम्प्रेष्ण और विश्लेषण का अभाव सा हो गया है। हालाँकि आज के दौर में अंतर्जाल पर सभी तरह की सामग्री उपलब्ध है, लेकिन सही सामग्री क्या है? यह एक आम पाठक के लिए अन्दाजा लगाना मुश्किल है। एक तरफ तो आज पूरी दुनिया फेक न्यूज़ और फेक फैक्ट से जूझने के उपायों पर विचार कर रही है, वहीँ दूसरी तरफ अंतर्जाल के विभिन्न माध्यम सूचनाओं के प्रवाह को और तथ्यपूर्ण बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

ऐसे में साहित्य भी कहाँ अछूता रहा सकता है। साहित्य के सन्दर्भ में भी अंतर्जाल पर बहुत सी सामग्री विभिन्न आलोचनात्मक दृष्टियों और विशलेषण पद्धतियों के साथ उपलब्ध है। इस कार्य में व्यक्तिगत स्तर से लेकर संस्थागत स्तर तक अनवरत प्रयास हो रहे हैं। ऐसे में हिन्दी साहित्य के विभिन्न आयामों और विभिन्न पहलूओं, विधाओं के विषय में अन्तर्जाल पर चर्चा-परिचर्चा अनवरत जारी है। अनेक लोग इस काम से संलग्न हैं। इन्हीं परियोजनाओं की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए ‘स्त्री शक्ति: मीरा’ नामक इस वेबसाइट के माध्यम से मीरा के समग्र साहित्य को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।

‘स्त्री शक्ति: मीरा’ वेबसाइट के माध्यम से मीरा के जीवन के विविध पहलूओं, समग्र साहित्य, इतिहास में उनकी भूमिका, भक्ति आन्दोलन पर उनके जीवन-व्यक्तित्व और कृतित्व का प्रभाव आदि ऐसे अनेक पहलू हैं, जिन पर तथ्यात्मक दृष्टि से विचार करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही मीरा पर अब तक हुए शोध और स्वतंत्र लेखन का मूल्यांकन कर उसे पाठकों को समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास किया जाएगा। इस वेबसाइट के माध्यम से मीरा से जुड़ी प्रत्येक प्रकार की सामग्री का संकलन, अध्ययन कर उसे सही सन्दर्भ में रखने का प्रयास किया जाएगा, जिससे सामान्य पाठक, विद्यार्थी तथा शोधार्थी मीरा के व्यक्तित्व के विविध पहलूओं से अवगत हो सकें।