जोगिया से प्रीत कियाँ दुख होई January 30, 2019February 16, 2019 meera_admin Views : जोगिया से प्रीत कियाँ दुख होई।।टेक।। प्रीत कियाँ सुख ना मोरी सजनी, जोगी मित न कोई। रात दिवस कल नाहिं परत है, तुम मिलियाँ बिनि मोई। ऐसो सूरत या जग माँही फेरि न देखी सोई। मीराँ रे प्रभु कब रे मिलोगे, मिलियाँ आँणद होई।।43।।