कोई दिन याद करोगे रमता राम अतीत

राग सोरठ

कोई दिन याद करोगे रमता राम अतीत।।टेक।।

आसण माँड़ि अडिग होय बैठा, याही भजन को रीत।

मैं तो जाँणू जोगी संग चलेगा, छाँड़ि गया अधबीच।

आत न दीसे जात न दीसे, जोगी किसका मीत।

मीराँ कहै प्रभु गिरधर नागर, चरणन आवे चीत।।45।।