मीरा और मीरा

लेखक: महादेवी वर्मा (महादेवी वर्मा के मीरा विषयक व्याखान )प्रकाशक: राजकमल प्रकाशनसंस्करण 2013मीरा और मीरा ‘मीरा और मीरा ‘ छायावाद की मूर्तिमान गरिमा महियसी महादेवी वर्मा के चार व्याख्यानों का संग्रह है।महादेवी वर्मा ने ये व्याख्यान जयपुर में हिंदी साहित्य सम्मलेन की राजस्थान शाखा के निमंत्रण पर दिए थे। इन चार व्याख्यानों के शीर्षक हैं […]

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मीरा के काव्य में प्रेम और भक्ति की युगांतकारी भूमिका

मीराबाई की गणना भारत के प्रधान भक्तों में की जाती है। कृष्ण की भक्ति साहित्य का भक्तिकाल में एक विशिष्ट स्थान है। मीरा कृष्ण भक्त रचनाकार कवि थी‌।वह सांसरिक बंधनों से निराश होकर श्री कृष्ण की शरण ली और प्रेम तथा भक्ति के मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सार्थक बनाया।उनकी कविताओं में स्त्री पराधीनता […]

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