बस्याँ म्हारे णेणणमाँ नंदलाल

राम हमीर

बस्याँ म्हारे णेणणमाँ नंदलाल ।। टेक।।

मोर मुगट मकराक्रत कुण्डल अरुण तिलक सोहाँ भाल।

मोहन मूरत साँवराँ सूरत णेणा बण्या विशाल।

अधर सुधा रास मुरली राजाँ उर बैजन्ती माल।

मीराँ प्रभु संताँ सुखदायाँ भगत बछल गोपाल ।। 3 ।।